अलीगढ़।
कठपुला स्थित हिंदू मुस्लिम आस्था का संगम, दरगाह बाबा बर्छी बहादुर का 113वां सालाना उर्स पाक की महफिल का आयोजन 8 नवम्बर 2024 को जुमे की नमाज के बाद शुरू होगा। इस उर्स पाक की सरपरस्ती शहजाद ए अहसनुल उलमा, मौलाना प्रोफेसर सैय्यद शाह मोहम्मद अमीन मियां कादरी बरकाती द्वारा की जाएगी।
कार्यक्रम में फातिहा, मीलाद, कुल शरीफ, कव्वाली की महफिल तथा नात और शायरी की प्रस्तुतियां होंगी। मुख्य वक्ता हजरत अल्लामा मौलाना मुफ्ती मोहम्मद अम्मार खान शामी और हजरत अल्लामा मौलाना सय्यद नूर आलम मिस्बाही रहेंगे। साथ ही मौलाना मौलाना नोमान अहमद वाहिदी जैसे गणमान्य उलेमा भी अपनी तकरीर पेश करेंगे।
उर्स के दौरान मशहूर कव्वालियों का कार्यक्रम 9 नवम्बर को इशा की नमाज के बाद आयोजित होगा। कव्वाली प्रस्तुत करने के लिए शमीम अनवर (अलीगढ़) और फहीम वारसी (हसनपुर) विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं।
इस कार्यक्रम में तीन हुफ्फाज को सनद फ़राग़त देने के साथ सरों पर पगड़ी बांधी जाएगी।
कुल शरीफ की महफिल 10 नवम्बर को प्रातः 10 बजे आयोजित होगी। जिसमें मुख्य रूप से देश में अमन चैन, कारोबार, शिक्षा सुधार, मानवता आदि के लिए दुआ का आयोजन किया जाता है।
नात पाक के लिए बदायूं से मुस्तकीम रज़ा, रामपुर से मैकश रामपुरी और सय्यद फुरकान अली कादरी अलीगढ़ की नुमाइंदगी करेंगे।
कार्यक्रम का संचालन अब्दुल मुत्तलिब द्वारा किया जाएगा।
यह उर्स हाजी नूर मोहम्मद की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है, तथा कार्यक्रम की रूप रेखा में इमाम जामा मस्जिद, स्थित दरगाह बरछी बहादुर मौलाना नसीम खान मिस्बाही का बड़ा योगदान है।