कार्यक्रम की शुरुआत और उद्देश्य
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति सम्मान और उनके योगदान की रक्षा करना था। AIMIM के जिला अध्यक्ष यामीन खान अब्बासी और महानगर अध्यक्ष बुन्दू खां नेताजी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने बाबा साहेब के अपमान को राष्ट्रीय अस्मिता का मुद्दा बताते हुए इसकी निंदा की।
ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से आग्रह किया गया कि बाबा साहेब जैसे महान व्यक्तित्व के खिलाफ किसी भी अपमानजनक बयान या कार्य को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
इस प्रदर्शन में AIMIM के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
जिला अध्यक्ष यामीन खान अब्बासी और महानगर अध्यक्ष बुन्दू खां नेताजी ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
महानगर उपाध्यक्ष नजीर अहमद हप्पू, युवा जिला अध्यक्ष पहलवान दानिश कुरैशी, महिला जिला अध्यक्ष गुलिस्ता खान, और महानगर सचिव जाहिद सैफी जैसे नेताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर भारत के संविधान निर्माता और सामाजिक समानता के प्रतीक हैं। उनके प्रति किसी भी प्रकार के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में AIMIM की महिला शाखा और युवा इकाई की भागीदारी उल्लेखनीय रही।
महिला जिला अध्यक्ष गुलिस्ता खान और महानगर अध्यक्ष गुड्डी साहिबा ने महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने समाज में महिलाओं और पिछड़े वर्गों को समान अधिकार दिलाने के लिए जीवनभर संघर्ष किया। इसी कारण, उनका अपमान समाज के हर वर्ग का अपमान है।
कार्यक्रम के अंत में AIMIM के नेताओं ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि डॉ. अंबेडकर के प्रति अपमानजनक बयानबाजी की जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में किसी भी महापुरुष के खिलाफ इस तरह का व्यवहार न हो।
कार्यक्रम में शामिल अन्य लोग
इस प्रदर्शन में जिले और महानगर के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं में राम रहीम फुटपाथ लघु व्यापार समिति के प्रदेश अध्यक्ष नत्थू खान अब्बासी, महानगर महासचिव जुल्फिकार मलिक, महिला उपाध्यक्ष अफसाना, महानगर सचिव हसमुद्दीन सैफी, और फुटपाथ समिति के हजारीलाल पुष्कर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।
इस प्रदर्शन ने AIMIM कार्यकर्ताओं की एकजुटता और सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को उजागर किया। नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि वे बाबा साहेब के सम्मान की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेंगे।
निष्कर्ष
AIMIM की इस पहल ने न केवल बाबा साहेब के प्रति सम्मान व्यक्त किया, बल्कि समाज को उनके योगदान की याद दिलाने का भी प्रयास किया। ज्ञापन सौंपने के बाद कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण ढंग से जिलाधिकारी कार्यालय से प्रस्थान किया। इस प्रदर्शन ने यह संदेश दिया कि डॉ. अंबेडकर जैसे महापुरुषों के प्रति किसी भी प्रकार के अपमान को समाज स्वीकार नहीं करेगा।