अलीगढ़, 28 दिसंबर 2024: अखिल भारतीय पंचायत परिषद ने देश के महान अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक सभा आयोजित की। सभा में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर डॉ. मनमोहन सिंह के सरल और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व की सराहना की गई।
उत्तर प्रदेश प्रभारी गवेंद् सिंह एडवोकेट ने डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह केवल एक नेता ही नहीं, बल्कि एक महान अर्थशास्त्री भी थे। उन्होंने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के रूप में देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। आज भारत जिस आर्थिक स्थिरता का आनंद ले रहा है, वह डॉ. सिंह के दूरदर्शी आर्थिक सुधारों की ही देन है। देश उनका सदैव ऋणी रहेगा। उनके निधन से पूरे देश को गहरी क्षति हुई है।”
आर्थिक सुधारों के लिए याद किए जाएंगे डॉ. सिंह
गवेंद् सिंह ने आगे कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह ने आर्थिक मंदी के दौरान जिस सूझबूझ और कुशलता से देश को संकट से बाहर निकाला, वह उनकी असाधारण प्रतिभा को दर्शाता है। उनके द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसले देश को एक नई दिशा देने वाले साबित हुए। उन्होंने आर्थिक सुधारों के माध्यम से न केवल देश को मजबूती प्रदान की, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा को भी बढ़ाया। उनके योगदान को देश कभी भुला नहीं सकता।”
शोक सभा में विभिन्न वक्ताओं के विचार
शोक सभा में प्रदेश संगठन सचिव ताहिर हुसैन ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है। उनका आर्थिक दृष्टिकोण और नीतियां सदैव हमारे लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगी।”
नदीम खान ने कहा, “डॉ. सिंह के आर्थिक सुधार ऐतिहासिक थे। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी और इसे सशक्त बनाया। उनके फैसले हमेशा याद किए जाएंगे।”
सभा में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का योगदान
सभा में अखिल भारतीय पंचायत परिषद के उपाध्यक्ष दिनेश कुमार, ताहिर हुसैन, भारती खान, मोहम्मद फिरोज खान, योगेश कुमार, रईस खान, प्रधान श्रीमती स्वेता सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। सभी ने डॉ. मनमोहन सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
डॉ. मनमोहन सिंह की विरासत
डॉ. मनमोहन सिंह को देश का आर्थिक सुधारक माना जाता है। 1991 के आर्थिक संकट के दौरान उन्होंने भारत को एक नई दिशा दी। उनकी नीतियों ने देश को आर्थिक उदारीकरण और वैश्वीकरण की ओर बढ़ाया। उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए भी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए रखा। उनके फैसलों ने देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
देश का शोक
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर से पूरा देश शोक में है। उनके योगदान को याद करते हुए अखिल भारतीय पंचायत परिषद ने उनकी विरासत को जीवित रखने का संकल्प लिया। गवेंद् सिंह ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन देश के लिए समर्पित था। उनकी सादगी, ईमानदारी और आर्थिक कुशलता सदैव हमारी प्रेरणा बनी रहेंगी।”
शोक सभा का समापन
शोक सभा का समापन धन्यवाद ज्ञापन और शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए किया गया। इस अवसर पर सभी ने डॉ. मनमोहन सिंह के दिखाए मार्ग पर चलने और उनके आदर्शों को अपनाने का आह्वान किया।
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व ने देश को जो दिशा दी, वह हमेशा याद की जाएगी। उनके योगदान और आदर्शों को नमन करते हुए, अखिल भारतीय पंचायत परिषद ने इस शोक सभा में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।