
अलीगढ़: गैलेक्सी ग्लोबल स्कूल, किला रोड, अलीगढ़ में 23 फरवरी 2025 (रविवार) को वार्षिक उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुतियों से उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। इस कार्यक्रम में शिक्षा, समाजसेवा और प्रशासन से जुड़ी कई प्रतिष्ठित हस्तियां सम्मिलित हुईं, जिन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन किया और शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।
भव्य समारोह में शिक्षा और समाजसेवा के दिग्गज हुए शामिल
इस वार्षिक उत्सव के मुख्य अतिथि अलीगढ़ मॉडर्न पब्लिक स्कूल, छेरत की प्रिंसिपल श्रीमती फातिमा खान थीं, जिन्होंने अपने प्रेरणादायक संबोधन में शिक्षा की भूमिका और नैतिक मूल्यों के महत्व पर जोर दिया। उनके साथ समाजसेवी श्री अर्जू साहब और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के सीनियर सेकेंडरी स्कूल बॉयज के डॉ. महबूब अहमद बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहे।
इसके अलावा, श्री वाई. के. चौधरी और श्री रियाज अहमद भी सम्माननीय अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पहुंचे। इन गणमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ कार्यक्रम में इमरान अजीम, आबिद खान और शहर के कई प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और समाजसेवी भी मौजूद रहे।
छात्रों की शानदार प्रस्तुतियां बनीं आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। नृत्य, नाटक, कविता वाचन और संगीत प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। छात्रों ने राष्ट्रीय एकता, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा के महत्व जैसे विषयों पर बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं।
विशेष रूप से प्रस्तुत किया गया नाटक, जिसमें शिक्षा के अधिकार और बालश्रम के खिलाफ संदेश दिया गया, दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर गया। वहीं, छात्रों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीतों और लोकनृत्यों ने समां बांध दिया।

मुख्य अतिथि श्रीमती फातिमा खान ने अपने संबोधन में कहा, “बच्चों की सफलता सिर्फ अंकों से नहीं, बल्कि उनके कौशल, आत्मविश्वास और रचनात्मकता से आंकी जानी चाहिए। शिक्षा का उद्देश्य बच्चों को नैतिक रूप से सक्षम और समाज के लिए उपयोगी बनाना होना चाहिए।”
गेस्ट ऑफ ऑनर श्री अर्जू साहब ने समाज में शिक्षा और जागरूकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “हर बच्चे को शिक्षा का समान अवसर मिलना चाहिए। हम सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।”
डॉ. महबूब अहमद ने भी छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “विद्यार्थियों को अपनी रुचियों के अनुसार आगे बढ़ना चाहिए और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।”
श्री वाई. के. चौधरी और श्री रियाज अहमद ने भी कार्यक्रम में अपने विचार रखे और छात्रों को मेहनत, अनुशासन और समर्पण के महत्व को समझाया।
विद्यालय प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका
इस सफल आयोजन में गैलेक्सी ग्लोबल स्कूल (G.G.S.) के सचिव श्री अमीर अंसारी, प्रधानाचार्या श्रीमती निदा इस्हाक, और समन्वयक श्री शहजाद खान की भूमिका सराहनीय रही। उन्होंने छात्रों को बेहतरीन अवसर प्रदान करने और उनके समग्र विकास में योगदान देने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमती निदा इस्हाक ने कहा, “हमारा स्कूल केवल किताबी ज्ञान देने में विश्वास नहीं रखता, बल्कि बच्चों के व्यक्तित्व और नैतिक मूल्यों के विकास पर भी जोर देता है। यह वार्षिक उत्सव छात्रों की छिपी हुई प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन मंच है।”
अभिभावकों की प्रतिक्रिया और भविष्य की योजनाएं
कार्यक्रम में मौजूद अभिभावकों ने स्कूल के प्रयासों की सराहना की और बच्चों की प्रस्तुतियों की खूब प्रशंसा की। अभिभावकों ने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उनके सर्वांगीण विकास में मदद करते हैं।
विद्यालय प्रशासन ने घोषणा की कि अगले वर्ष यह वार्षिक उत्सव और भी बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें छात्रों को नई गतिविधियों और प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
समापन और पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम के अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया। मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों ने विजयी छात्रों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए। इसके अलावा, शिक्षकों और कर्मचारियों को भी उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
इस शानदार समारोह के समापन पर राष्ट्रगान गाया गया, जिसके बाद सभी ने भविष्य में और भी बेहतर कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प लिया।
निष्कर्ष
गैलेक्सी ग्लोबल स्कूल का यह वार्षिक समारोह न केवल एक मनोरंजक आयोजन था, बल्कि यह शिक्षा, समाज और संस्कृति का संगम भी था। इस आयोजन ने छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान किया और उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनने की प्रेरणा दी।
विद्यालय प्रशासन, शिक्षक, छात्र, अभिभावक और अतिथियों के सहयोग से यह कार्यक्रम ऐतिहासिक और यादगार बन गया, जिसने शिक्षा के महत्व को और अधिक उजागर किया।