तीसरी कक्षा के युवा अन्वेषकों ने जीता दिल
तीसरी कक्षा के छात्रों ने सरल परंतु अत्यधिक प्रभावशाली तरीके से पृथ्वी के घूर्णन और उसके प्रभावों को समझाया। उनकी प्रस्तुति में न केवल तथ्यात्मक जानकारी शामिल थी, बल्कि इसे इस तरह से प्रस्तुत किया गया कि वह सभी आयु वर्ग के लोगों को समझने में सरल और रुचिकर लगी। युवा छात्रों के इस प्रयास को प्रदर्शनी में उपस्थित विशेषज्ञों और जजों ने भी खूब सराहा।
निदेशक डॉ. शाहिद अली खान ने जताया गर्व
इस उपलब्धि पर अलीगढ़ इंग्लिश स्कूल के निदेशक, डॉ. शाहिद अली खान ने अपने छात्रों और शिक्षकों की मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा, “यह हमारे स्कूल के छात्रों और शिक्षकों की सामूहिक मेहनत का परिणाम है। हमें गर्व है कि हमारे तीसरी कक्षा के छोटे-छोटे अन्वेषकों ने विज्ञान के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।”
उन्होंने इस अवसर पर यह भी कहा कि इस तरह की उपलब्धियां स्कूल के साथ-साथ छात्रों को भी प्रोत्साहित करती हैं। डॉ. खान ने आगे कहा, “हमें भविष्य में और अधिक मेहनत करने की जरूरत है ताकि अलीगढ़ इंग्लिश स्कूल को अग्रणी स्कूलों की सूची में शामिल किया जा सके।”
डॉ. खान ने छात्रों की सफलता में माता-पिता की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “हमारे लक्ष्य को हासिल करने के लिए माता-पिता का सहयोग बहुत जरूरी है। शिक्षा और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए घर और स्कूल दोनों स्तर पर प्रयास होने चाहिए।”
विज्ञान और नवाचार को प्रोत्साहन
“साइबेरेशन” विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य छात्रों में विज्ञान और नवाचार के प्रति रुचि जगाना था। इस प्रदर्शनी में विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और वैज्ञानिक सोच का प्रदर्शन किया। अलीगढ़ इंग्लिश स्कूल की प्रस्तुति ने दिखा दिया कि छोटे बच्चे भी बड़े विचारों को स्पष्ट और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकते हैं।
छात्रों और शिक्षकों की कड़ी मेहनत का परिणाम
इस उपलब्धि के पीछे शिक्षकों का समर्पण और छात्रों की मेहनत साफ नजर आई। स्कूल के विज्ञान शिक्षकों ने छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान किया, जिससे वे न केवल अपनी परियोजना को तैयार कर सके, बल्कि उसे आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत भी कर पाए।
स्कूल का लक्ष्य: शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक क्षेत्रों में उत्कृष्टता
डॉ. शाहिद अली खान ने यह भी कहा कि स्कूल केवल अकादमिक सफलता पर ही नहीं, बल्कि छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान देता है। उन्होंने बताया कि भविष्य में इस तरह के कार्यक्रमों में और अधिक भागीदारी करने के लिए छात्रों को प्रेरित किया जाएगा।
अलीगढ़ इंग्लिश स्कूल की इस सफलता पर समुदाय के लोगों ने भी प्रशंसा व्यक्त की है। अभिभावकों ने स्कूल के प्रयासों को सराहा और कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और उनके ज्ञान के क्षितिज को विस्तारित करते हैं।
उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद
इस सफलता ने अलीगढ़ इंग्लिश स्कूल के छात्रों और शिक्षकों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं। इस तरह के कार्यक्रम न केवल छात्रों को विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में रुचि लेने के लिए प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें भविष्य में बड़े मंचों पर भी अपनी क्षमता साबित करने का अवसर प्रदान करते हैं।
“साइबेरेशन” में दूसरा स्थान प्राप्त करके अलीगढ़ इंग्लिश स्कूल ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत, समर्पण, और मार्गदर्शन से हर चुनौती को पार किया जा सकता है। यह उपलब्धि न केवल स्कूल के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए गर्व का विषय है।