अलीगढ़: आयुष चिकित्सकों पर हो रही नियम विरुद्ध कार्यवाही और समाज में फैले भ्रम को दूर करने के लिए अलीगढ़ नीमा ने 2 अगस्त 2024 को होटल आभा रेजिडेंसी, रामघाट रोड पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस अवसर पर विभिन्न तथ्यों से मीडिया कर्मियों को अवगत कराया गया:
1. प्रवेश प्रक्रिया : आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों का विभिन्न महाविद्यालय में प्रवेश नीट (NEET) के माध्यम से ही होता है। उन्हें (NCISM) से अप्रूव्ड सिलेबस के अंतर्गत भारतीय चिकित्सा पद्धति और आधुनिक चिकित्सा पद्धति का ज्ञान समान रूप से दिया जाता है।
2. पोस्टग्रेजुएट शिक्षा : भारतीय चिकित्सा पद्धति के चिकित्सक (UG) करने के बाद विभिन्न विषयों में (PG) भी करते हैं, जिसमें प्रवेश (AIPGET) के माध्यम से होता है।
3. पंजीकरण : आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों का पंजीकरण भारतीय चिकित्सा परिषद में किया जाता है।
आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों का पंजीकरण भारतीय चिकित्सा परिषद में किया जाता है।
4. मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र : आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों को (CCIM) की ओर से मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र देने का भी अधिकार है।
5. चिकित्सा का अधिकार : आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों को आयुर्वेद-यूनानी पद्धति के साथ-साथ एलोपैथी में चिकित्सा करने का अधिकार भी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिया गया है।
6. प्रसव कराने का अधिकार : आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों को क्लीनिक व नर्सिंग होम में प्रसव कराने का भी सरकार द्वारा अधिकार दिया गया है।
7. शल्य चिकित्सा का अधिकार :आयुर्वेद और यूनानी शल्य चिकित्सकों को विभिन्न प्रकार शल्य कर्म करने का अधिकार भी (CCIM) द्वारा दिया गया है।
आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सालयों या क्लीनिक के निरीक्षण का अधिकार सरकार द्वारा गठित टीम का है। लेकिन डिविजनल आयुर्वेद और यूनानी अधिकारी की अनुपस्थिति में किसी भी आयुर्वेद यूनानी चिकित्सालय का निरीक्षण नहीं किया जा सकता और न ही कोई कार्यवाही की जा सकती है।
परंतु अधिकारी मनमानी कर निरीक्षण करते हैं और आयुर्वेद-यूनानी डॉक्टर की छवि को भ्रमित कर समाज में नकारात्मक संदेश प्रेषित करते हैं, जिसे आयुष समाज और अलीगढ़ नीमा बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से आयुष चिकित्सकों को मजबूत कर देश की स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाने का कार्य किया जा रहा है। परंतु अधिकारियों के इस प्रकार के रवैये से इन प्रयासों को कमजोर करने का कार्य किया जा रहा है।
नीमा अलीगढ़, जो राष्ट्र का सबसे पुराना और मजबूत संगठन है, ऐसे अज्ञानी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगा जो जानकर भी अनजान बनते हैं और समाचार पत्रों के माध्यम से लोगों को भ्रमित करते हैं।