मुख्य मांगे और ज्ञापन सौंपा गया
बैठक के बाद आनंद लोधी, ब्लॉक प्रमुख दानपुर के नेतृत्व में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन में डिबाई को अलग जिला घोषित करने और इसका प्रशासनिक क्षेत्र अलीगढ़ कमिश्नरी के अंतर्गत रखने की मांग प्रमुखता से रखी गई। संगठन के सदस्यों ने बताया कि यह कदम क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा और जनता को प्रशासनिक सेवाओं का लाभ बेहतर तरीके से मिलेगा।
जनसंपर्क और जागरूकता अभियान
ज्ञापन सौंपने के बाद संगठन के पदाधिकारियों ने डिबाई दोराहे पर जनसंपर्क अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय जनता को संगठन की मांगों से अवगत कराया। जागरूकता अभियान के तहत पंपलेट बांटे गए, जिनमें इस आंदोलन की प्रमुख मांगे और उद्देश्य विस्तार से बताए गए थे। संगठन ने जनता से समर्थन की अपील की और सभी को इस मांग के महत्व को समझाया।
बैठक में वक्ताओं के विचार
बैठक में उपस्थित वक्ताओं ने डिबाई को अलग जिला बनाने के पीछे कई अहम तर्क प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल प्रशासनिक कार्यों को सुगम बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी तेजी लाएगा। संगठन अध्यक्ष विजेंद्र सिंह धनगर ने कहा, “डिबाई को जिला घोषित करने से यहां के लोगों को प्रशासनिक कार्यों के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। यह क्षेत्र के विकास और रोजगार के अवसर बढ़ाने में भी सहायक होगा।”
संगठन उपाध्यक्ष हरपाल सिंह लोधी ने कहा, “यह मांग केवल क्षेत्र के विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों की सहूलियत और अधिकारों के लिए उठाया गया कदम है। हम हर संभव प्रयास करेंगे कि यह मांग पूरी हो।”
संगठन महासचिव राव मुहिब्बुररहमान खां ने कहा, “यह आंदोलन अराजनीतिक है और इसका उद्देश्य क्षेत्र के लोगों की भलाई है। हमें उम्मीद है कि सरकार इस पर जल्द ही ध्यान देगी।”
बैठक में कई प्रमुख पदाधिकारियों और सदस्यों ने भाग लिया। इनमें विजेंद्र सिंह धनगर (संगठन अध्यक्ष), हरपाल सिंह लोधी (संगठन उपाध्यक्ष), राव मुहिब्बुररहमान खां (संगठन महासचिव), अनिल कुमार तोमर (संगठन कोषाध्यक्ष), रूप सिंह बघेल (न्याय पंचायत महासचिव), हिम्मत सिंह लोधी (न्याय पंचायत अध्यक्ष), शंकर सिंह लोधी, वीपी सिंह, राजकुमार सिंह, सलमान खान, लिटिल गुप्ता, रिंकू प्रधान और कमलदीप तोमर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
आंदोलन को मिला जनसमर्थन
जागरूकता अभियान के दौरान जनता ने इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि डिबाई को जिला बनाने से पूरे क्षेत्र का लाभ होगा। ग्रामीणों ने भी अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लिया और संगठन की मांगों को अपनी आवाज दी।
भविष्य की रणनीति
संगठन ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आगे भी इस आंदोलन को जारी रखेंगे। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि वे शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से सरकार तक अपनी बात पहुंचाएंगे। इसके लिए जल्द ही बड़े स्तर पर जनसभा और रैलियों का आयोजन किया जाएगा।
अंतिम संदेश
बैठक के अंत में संगठन के अध्यक्ष विजेंद्र सिंह धनगर ने कहा, “यह आंदोलन क्षेत्र की जनता के लिए है और हम इसे तब तक जारी रखेंगे जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। हम सभी से अपील करते हैं कि वे इस आंदोलन को अपना समर्थन दें और क्षेत्र के विकास में भागीदार बनें।”
डिबाई को जिला बनाने और इसे अलीगढ़ कमिश्नरी से जोड़ने की मांग को लेकर अवाम विकास मंच का यह कदम क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।