अलीगढ़। आज ऊपरकोट पर 36 वर्षीय ताला कारोबारी माजिद पर बंदरों ने उनके घर की छत पर हमला कर दिया । जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने अपने पीछे दो छोटे बच्चों और पत्नी को छोड़ा है। इस दुखभरी खबर को सुनकर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान तत्काल ऊपरकोट स्थित घटनास्थल पर पहुंचे। इस मौके पर पूर्व विधायक हाजी अब्दुल्ला खान ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि नगर निगम अलीगढ़ द्वारा ऐसी घटनाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। उत्तर प्रदेश के शहरों में आवारा बंदर, कुत्ते और साढ़ों की वजह से आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। उसके बावजूद नगर पालिका व नगर निगमों द्वारा आवारा पशु व जानवरों को पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। जबकि सरकार की तरफ से निर्देश होते हैं। कि आवारा पशु जानवर जो इंसानों के लिए जानलेवा होते हैं उनको तत्काल पकड़ कर वनों या जंगलों में छोड़ा जाए उसके बाद भी नगर निगम की लापरवाही से आए दिन बेचारे इंसान अकाल मौत के मुंह में समा जाते हैं। कुछ दिन पहले केला नगर पर एक कुत्ते का बहुत आतंक था। जिसने सैकड़ों लोगों को काट कर घायल कर दिया। मैंने लिखित में उसकी शिकायत नगर निगम अलीगढ़ से की थी। उसके बावजूद भी उस कुत्ते को पकड़ने के लिए कोई टीम नहीं आई। इसी तरह कुछ साल पहले मामू भांजे में एक व्यापारी को घर की छत से बंदर ने घुड़की दिखाकर गिरा दिया था। जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई थी। ऐसी घटनाओं से नगर निगम अलीगढ़ कोई सबक हासिल नहीं करता। उसी तरह आज बेचारे माजिद इस दुनिया से रुखसत ए फानी हो गए। एक अधिवक्ता की याचिका पर हाईकोर्ट ने भी वन विभाग और नगर नेवको का आदेश दिया था की जानलेवा आवारा पशुओं को जानवरों को हर हाल में पकड़ कर शहर के बाहर छोड़ा जाए हाईकोर्ट के उस आदेश को नगर निगम गंभीरता से नहीं लेते।