राष्ट्र्य मुस्लिम मोर्चा (बामसेफ) और भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा 18 से 22 दिसंबर 2024 तक बौद्ध गया, बिहार में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारियों को लेकर एक विशेष बैठक आयोजित की गई।
यह बैठक प्रोफेसर इज़हार बिलग्रामी साहब के आवास पर संपन्न हुई, जिसमें विभिन्न वर्गों और समुदायों के प्रमुख बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य अधिवेशन की रूपरेखा को सुदृढ़ बनाना और इसकी सफलता सुनिश्चित करना था।
बैठक के मुख्य अतिथि और वक्ता
इस बैठक में कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने शिरकत की, जिनमें से प्रमुख थे:
1. रिटायर्ड पीसीएस अधिकारी जनाब नवाब अली खान साहब
2. इंजीनियर नत्थू सिंह साहब
3. इंजीनियर राहत सुल्तान साहब
4. एडवोकेट जनाब प्रदीप कुमार
5. परवेज़ अंसारी साहब
6. चेतराम राम महौर साहब
7. अज़हर आलम साहब
8. पूर्व पार्षद मोहम्मद हामिद साहब
सभी वक्ताओं ने अधिवेशन को सफल बनाने के लिए अपने विचार साझा किए और विभिन्न स्तरों पर समर्थन और सहयोग की बात कही।
बैठक की कार्यवाही और विचार-विमर्श
बैठक की शुरुआत राष्ट्र्य मुस्लिम मोर्चा (बामसेफ) के उद्देश्यों और अधिवेशन की महत्ता पर चर्चा से हुई। वक्ताओं ने बौद्ध गया में होने वाले अधिवेशन के ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह अधिवेशन केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता का एक मंच है, जहां देशभर से लोग एकत्रित होकर अपने विचार साझा करेंगे।
“बौद्ध गया का यह अधिवेशन केवल बामसेफ और भारत मुक्ति मोर्चा का कार्यक्रम नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की आवाज है जो सामाजिक न्याय और समानता की लड़ाई में अपना योगदान देना चाहता है।”
इंजीनियर नत्थू सिंह और राहत सुल्तान ने अधिवेशन की तकनीकी और प्रबंधन संबंधी तैयारियों पर चर्चा की और इसे सफल बनाने के लिए अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करने का आश्वासन दिया।
सामाजिक एकता का संदेश
बैठक में यह विशेष रूप से चर्चा की गई कि यह अधिवेशन केवल एक समूह तक सीमित न रहकर समाज के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास करेगा। प्रदीप कुमार एडवोकेट और परवेज़ अंसारी ने कहा कि अधिवेशन में युवा पीढ़ी को प्रेरित करने वाले सत्र आयोजित किए जाएंगे, ताकि वे सामाजिक बदलाव में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
चेतराम राम महौर और अज़हर आलम ने अधिवेशन में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदायों की भागीदारी को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बामसेफ और भारत मुक्ति मोर्चा के आदर्श सामाजिक समरसता और समान अधिकारों की ओर बढ़ने के लिए सभी को एकजुट करते हैं।
अधिवेशन की तैयारियों का आह्वान
सभी उपस्थित सदस्यों ने इस बात पर सहमति जताई कि अधिवेशन की सफलता के लिए सभी को अपने-अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे। इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार, स्थानीय संगठनों से समन्वय और युवाओं को जोड़ने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएंगी।
पूर्व पार्षद मोहम्मद हामिद ने अंत में कहा,
“हमारी एकजुटता ही हमारी ताकत है। बौद्ध गया का यह अधिवेशन समाज में व्याप्त असमानता को दूर करने और एक सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।”
निष्कर्ष
राष्ट्र्य मुस्लिम मोर्चा (बामसेफ) और भारत मुक्ति मोर्चा की यह बैठक सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में एक प्रेरक प्रयास था। अधिवेशन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी सदस्यों ने अपने-अपने स्तर पर योगदान देने का वादा किया। यह बैठक न केवल एक संगठनात्मक चर्चा थी, बल्कि सामाजिक बदलाव के लिए एकजुटता और संकल्प का प्रतीक भी थी।
अधिवेशन की सफलता के लिए समाज के सभी वर्गों से सक्रिय समर्थन और भागीदारी की अपेक्षा की जा रही है, जिससे यह आयोजन एक ऐतिहासिक पहल साबित हो सके।