प्रियंका गांधी का आक्रोश
प्रियंका गांधी ने कहा, “मैं उनकी बहन हूं और इतने सालों से उन्हें जानती हूं। वह कभी ऐसी हरकत नहीं कर सकते। देश भी यह जानता है। यह सब साजिश है ताकि असली मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके।” उन्होंने आगे कहा कि “यह सरकार अडानी के मुद्दे पर चर्चा से डरती है।”
प्रियंका ने बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान के मुद्दे पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “अंबेडकर जी का अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा। हमारा संविधान, जो हमें अंबेडकर जी ने दिया है, इसका अपमान करना सरकार की असली मानसिकता को दर्शाता है।”
संसद का हंगामा और स्थगित कार्यवाही
लोकसभा में इस मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दलों ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान को लेकर चर्चा की मांग की, जिसमें कथित रूप से बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान हुआ था। हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। विपक्ष का आरोप है कि सरकार अडानी और अंबेडकर के मुद्दों से बचने के लिए ऐसा कर रही है।
FIR और राहुल गांधी का निलंबन
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन और सदन के अपमान का आरोप लगाते हुए उनके निलंबन की मांग की है। दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर यह मामला विशेषाधिकार समिति को भेजने की सिफारिश की है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने सदन में हिंसा की, लेकिन इस संबंध में कोई ठोस सबूत अभी तक पेश नहीं किया गया है।
राहुल गांधी पर हिंसा के आरोपों के बाद विपक्ष ने सवाल उठाए हैं कि यदि ऐसी घटना हुई है, तो संसद परिसर के सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं पेश किए गए। विपक्ष का दावा है कि भाजपा राहुल गांधी की छवि खराब करने के लिए झूठे आरोप लगा रही है।
तेजस्वी और अखिलेश का समर्थन
राहुल गांधी के समर्थन में तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव जैसे विपक्षी नेता भी उतर आए हैं। तेजस्वी ने कहा, “यह सब अडानी के मुद्दे से ध्यान हटाने की साजिश है।” वहीं, अखिलेश ने इसे बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान का मामला बताते हुए सरकार से माफी की मांग की।
भाजपा पर विपक्ष का हमला
इस पूरे घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए इसे “राजनीतिक ड्रामा” करार दिया। उन्होंने कहा, “यह सब एक अच्छी स्क्रिप्टेड एक्टिंग है।” विपक्ष का कहना है कि भाजपा असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के प्रोपेगेंडा का सहारा ले रही है।
निष्कर्ष
राहुल गांधी के खिलाफ FIR और उनके निलंबन की मांग के बीच राजनीतिक माहौल गरमा गया है। विपक्ष का दावा है कि भाजपा सरकार असल मुद्दों पर चर्चा से बचने के लिए राहुल गांधी को निशाना बना रही है। इस विवाद ने भारतीय राजनीति में सत्ता और विपक्ष के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।