CHATI ANKH logo.cdr

साहित्य अकादमी द्वारा अलीगढ़ में ‘बज़्म-ए-अफ़साना’ का आयोजन: सैयद मोहम्मद अशरफ से मुलाकात

WhatsApp Image 2024 08 30 at 6.59.25 PM

अलीगढ़, 30 अगस्त 2024 

साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के तत्वावधान में अलीगढ़ में एक महत्वपूर्ण साहित्यिक कार्यक्रम, ‘बज़्म-ए-अफ़साना’ का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर भारत के प्रमुख अफ़साना निगार, सैयद मोहम्मद अशरफ से साहित्यप्रेमियों की मुलाकात हुई। कार्यक्रम में अलीगढ़ के प्रमुख साहित्यकार, शिक्षाविद, और समाजसेवी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

 

WhatsApp Image 2024 08 30 at 6.59.26 PM
सैयद मोहम्मद अशरफ ने इस अवसर पर अपनी कहानियों के निर्माण के पीछे की प्रेरणा और अपने पारिवारिक साहित्यिक परिवेश के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उनके अफ़सानों में कस्बाई जीवन, उसके रहन-सहन और सांस्कृतिक परंपराओं की झलक मिलती है। उनकी रचनाओं में जानवरों के पात्र समाज में घटित होने वाली घटनाओं और पतनशील मूल्यों का प्रतीकात्मक चित्रण करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी रचनाओं में भाषा का उत्कृष्ट प्रयोग उनके दादा सैयद आल अबा आवारा मारहरवी की शिक्षा का परिणाम है।

कार्यक्रम के दौरान सैयद मोहम्मद अशरफ की तीन नई किताबों का विमोचन भी किया गया, और उन्होंने अपनी प्रसिद्ध कहानी “लकड़ बग्घा चुप हो गया” को श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया। इस कहानी ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी और उनकी लेखनी की बारीकी और संवेदनशीलता को दर्शाया।

WhatsApp Image 2024 08 30 at 6.59.27 PM

साहित्य अकादमी के उप सचिव कुमार अनुपम ने सैयद मोहम्मद अशरफ की साहित्यिक सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि उनके अफ़सानों ने साहित्यिक दुनिया में एक नई दिशा दी है। उन्होंने बताया कि साहित्य अकादमी का यह कार्यक्रम साहित्य प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां बड़े साहित्यकार अपने कला के बारे में बताते हैं और नवोदित लेखकों को प्रेरित करते हैं।

WhatsApp Image 2024 08 30 at 6.59.26 PM (1)

मुख्य अतिथि प्रोफेसर सैयद मोहम्मद अमीन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह दिन अलीगढ़ के लिए ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की एक प्रतिष्ठित संस्था द्वारा सैयद मोहम्मद अशरफ की अफ़साना-निगारी को मान्यता मिलना एक बड़ा सम्मान है। उन्होंने यह भी बताया कि सैयद मोहम्मद अशरफ ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी लिटरेरी क्लब और अलीगढ़ की सांस्कृतिक संगठनों के सचिव के रूप में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

WhatsApp Image 2024 08 30 at 6.59.27 PM (1)
पूर्व विधायक विवेक बंसल ने भी सैयद मोहम्मद अशरफ की साहित्यिक सेवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने लेखन से अलीगढ़ की परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि सैयद मोहम्मद अशरफ निःसंदेह अलीगढ़ का गर्व हैं।

अफ़साना निगारी के क्षेत्र में सैयद मोहम्मद अशरफ के योगदान पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रोफेसर ए.आर. क़िदवई, प्रोफेसर शाफ़े क़िदवई, प्रोफेसर तारिक़ छतारी, प्रोफेसर सगीर अफराहीम, और प्रोफेसर ग़ज़नफर ने उन्हें साहित्यिक जगत का एक प्रमुख और विशिष्ट अफ़साना निगार करार दिया।

कार्यक्रम का संचालन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रसिद्ध शिक्षक डॉ. अहमद मुज्तबा सिद्दीकी ने किया, जिनके कुशल मार्गदर्शन में कार्यक्रम ने एक विशिष्ट गरिमा प्राप्त की।

इस साहित्यिक आयोजन में एस. एम. अमान, सय्यद मोहम्मद उस्मान, कफ़ील अहमद, डॉ. एफ. यू. अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद अकबर कादरी, प्रो. आसिम सिद्दीकी, प्रो. मोहम्मद वसीम अली, प्रो. परवेज़ तालिब, प्रो. जावेद अख्तर, प्रो. कमरूल हुदा फरीदी, प्रो. खुर्शीद अहमद, प्रो. जहाँगीर वारसी, प्रो. सलमान खलील, प्रो. आशिक अली, प्रो. राहत अबरार, प्रो. मोहम्मद अलीम, प्रो. शहाबुद्दीन साकिब, प्रो. अजय बिसारिया, डॉ. सैयद अली नवाज़ जैदी, डॉ. रेहान अख्तर, डॉ. आज़मी मीर खाँ, डॉ. शारिक़ अकील, डॉ. मुईन रशीदी, श्री असदयार खाँ, और मिदहतुल्लाह खाँ सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का मीडिया कवरेज ‘दैनिक छटी आँख’ की टीम ने किया, जिसमें मुख्य प्रधान संपादक वाई. के. चौधरी, यूपी हेड वरिष्ठ पत्रकार रियाज अहमद खान, और क्राइम रिपोर्टर चौधरी एम. आई. खान शामिल थे।

प्रधान संपादक: वाई. के. चौधरी, दैनिक छठी आंख समाचार

WhatsApp Image 2024 08 16 at 8.33.43 PM

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *