अलीगढ़: नबी करीम के प्रति अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में गिरी महाराज के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के छात्रों ने जुम्मे की नमाज के बाद एक बड़े विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। यह प्रदर्शन मोहम्मद दानिश, विश्वविद्यालय के छात्र नेता, के नेतृत्व में हुआ। उन्होंने गिरी महाराज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए उसे जेल भेजने की अपील की।
प्रदर्शनकारियों ने अपने विरोध का इजहार करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम सीओ सिविल लाइंस अमृत जैन को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में गिरी महाराज द्वारा नासिक (महाराष्ट्र) में पैगंबर ए इस्लाम के बारे में की गई अभद्र टिप्पणी की निंदा की गई और मांग की गई कि गिरी महाराज के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। छात्र नेताओं ने कहा कि गिरी महाराज ने न सिर्फ हमारे पैगंबर के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है, बल्कि इसने पूरे मुस्लिम समुदाय के बीच गुस्से और आक्रोश को जन्म दिया है।
मोहम्मद दानिश ने कहा कि गिरी महाराज ने जानबूझकर हमारे पैगंबर की शान में घातक शब्दों का इस्तेमाल किया, जो न केवल भारतीय मुसलमानों बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमानों के लिए एक गहरा आघात है। उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग कभी भी किसी धर्म के प्रमुखों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करते, लेकिन कुछ लोग सस्ती शोहरत के लिए इस प्रकार की भड़काऊ टिप्पणियाँ करते रहते हैं।
विरोध प्रदर्शन में छात्र नेताओं ने गंगागिरी महाराज की गिरफ्तारी की मांग की और कहा कि इस प्रकार की धार्मिक असंवेदनशीलता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि शांति और अमन के लिए हमारी तहजीब को बनाए रखने के लिए गंगागिरी महाराज पर सख्त कार्रवाई की जाए और उसे जेल भेजा जाए।
प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता मोहम्मद दानिश के साथ अरशद मिर्जा, मोहम्मद नासिफ, सलमान, यासिर, इरफ़ान, रिहान, ज़ैद, खालिद, आमिर और अन्य कई छात्रों ने भाग लिया। यह विरोध प्रदर्शन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के परिसर में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में दर्ज हुआ, जिसमें छात्रों ने धार्मिक सम्मान और संवेदनशीलता की रक्षा के लिए अपनी एकजुटता और आवाज को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया।
दैनिक छठी आंख समाचार पत्र के लिए अलीगढ़ से ब्यूरो चीफ अनीस अहमद की रिपोर्ट।