अलीगढ़ 26 जनवरी मंडल ब्यूरो सुबूही गफूर
अलीगढ़। 74 वें गणतंत्र दिवस पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मनाए गए भव्य प्रोग्राम के खत्म होने के बाद एनसीसी के एक छात्र द्वारा नारा ए तकबीर का नारा लगाने पर ए एम यू एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा छात्र को सस्पेंड करने पर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीरउल्लाह खान ने कहा कि नारा ए तकबीर पर आपत्ति करने वालों की सोच पर मुझे ताज्जुब होता है। बगैर बात को समझे विरोध करना अच्छी बात नहीं है। मैं मानता हूं एक शिक्षण संस्थान में छात्र को नारा नहीं लगाना चाहिए था। परन्तु गणतंत्र दिवस का प्रोग्राम खत्म हो चुका था। उसके बाद जाते समय छात्र ने बगैर सोचे समझे जज्बात में आकर नारा ए तकबीर बोल दिया। नारा ए तकबीर का मतलब जानेंगे तो समझ पाएंगे कि इसमें कोई गुनाह नहीं था। छोटी सी गलती की छात्र को इतनी बड़ी सजा कि उसके भविष्य के साथ ही खिलवाड़ कर दिया अगर छात्र ने नारा ए तकबीर बोल भी दिया तो नारे में कोई गुनाह नहीं है। आपत्ति करने वालों को पहले नारे का मतलब तो समझना चाहिए। बगैर सोचे समझे किसी भी चीज का विरोध करना समझदारी नहीं है। दबाव में आकर एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा उक्त छात्र पर सस्पेंड की कार्रवाई करना अनुचित है। मैं इसका निंदा करता हूं। छोटी सी बात पर किसी छात्र का भविष्य बर्बाद करना गलत है। एडमिनिस्ट्रेशन को छात्रहित को ध्यान में रखते हुए फैसला करना चाहिए। क्योंकि इस सस्पेंशन से छात्र का भविष्य बर्बाद हो जाएगा।