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फिल्म मेरे महबूब में तहजीब का रंग दिखाने के लिए एएमयू शूटिंग करने आए थे राजेंद्र कुमार

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अलीगढ़ मंडल ब्यूरो सुबुही गफूर

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विकार उल मुल्क हॉल हॉस्टल से प्रसिद्ध एक्टर जुबली कुमार यानी राजेंद्र कुमार की भी यादें जुड़ी हुई हैं। 12 जुलाई को उनकी पुण्यतिथि पर यहां के रहने वाले छात्र उन्हें याद कर उठते हैं। यहां के शानदार ऑडिटोरियम हॉल में राजेंद्र कुमार की प्रसिद्ध फिल्म मेरे महबूब की शूटिंग हुई थी। उस समय राजेंद्र कुमार भी यहां आए थे। आवासीय हॉल में रहने वाले लाइब्रेरी साइंस के शोध छात्र मोहम्मद शिकोह कहते हैं अपने बुजुर्ग सीनियर छात्रों से उन्होंने उस समय की यादों को सुना है। बहुत अच्छा लगता है यह सुनकर कि हमारा यह हॉस्टल बॉलीवुड के साथ भी जुड़ा रहा है।


मेरे महबूब फिल्म 1963 में रिलीज हुई थी और जबरदस्त सफल फिल्म साबित हुई। इसमें राजेंद्र कुमार ने अनवर नाम के युवक का किरदार निभाया है जो एएमयू का छात्र है। राजेंद्र कुमार ने इसमें एएमयू की पहचान कहे जाने वाले लिबास, शेरवानी को भी खूब पहना है। एएमयू के इतिहास मामलों के जानकार डॉ. राहत अबरार कहते हैं कि फिल्म में तहजीब और नफासत दिखाने के लिए खास तौर से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को चुना गया। क्योंकि यहां के माहौल में एक अदब की फिजा है। फिल्म का एक गीत ‘मेरे महबूब तुझे मेरी मोहब्बत की कसम’ वीएम हाल के ऑडिटोरियम में शूट किया गया। यह भी जबरदस्त हिट साबित हुआ।


वीएम हाल के केयर टेकर एहसान वारसी कहते हैं हम इस ऑडिटोरियम का दिल से ख्याल रखते हैं। एक एक चीज को करीने से सहेज कर रखते हैं। यही वजह है कि आज तकरीबन 90 साल बाद भी हॉल अपनी पुरानी रंगत में बना हुआ है। यह सुनकर और सोच कर बहुत खुशी होती है कि बॉलीवुड की शख्सियतों का यहां से जुड़ाव रहा है। इसके अलावा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के तमाम छात्रों ने अलग-अलग तरह से भारतीय सिनेमा में अपना योगदान दिया है। यूनिवर्सिटी के छात्र रहे मुजफ्फर अली, प्रो. शहरयार, एएमयू में शिक्षक रहे डॉ. राही मासूम रजा, नसरुद्दीन शाह आदि तमाम लोग हैं, जिन्होंने एएमयू से निकलकर अपनी योग्यता बॉलीवुड में साबित की।

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