संजय सिंह का गुस्सा इस बात पर था कि जब विपक्षी दल कोई मुद्दा उठाते हैं, तो सत्ता पक्ष उन पर व्यक्तिगत हमले शुरू कर देता है और सदन के अध्यक्ष इस पर कोई कार्रवाई नहीं करते। उन्होंने BJP सांसदों की इस हरकत पर कड़ा विरोध दर्ज करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष की इस रणनीति का मकसद विपक्ष को उकसाना है ताकि उनकी प्रतिक्रिया को बदनाम किया जा सके।
संजय सिंह का भाषण और BJP पर हमले
संजय सिंह ने अपने भाषण में BJP और उनके नेताओं को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि BJP की राजनीति उकसावे और भड़काने पर आधारित है। BJP और उनके सहयोगी संगठन धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल उकसावे के लिए करते हैं। संजय सिंह ने उदाहरण देते हुए कहा कि जब आम लोग भगवान के दर्शन के लिए मंदिर जाते हैं, तो BJP कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने जाकर उकसावे का माहौल पैदा करते हैं।
उन्होंने बाराबंकी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि किस तरह मस्जिद के सामने भड़काऊ डीजे बजाए गए और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह BJP की राजनीति का हिस्सा है, जिसमें वे समाज में नफरत फैलाने का काम करते हैं।
रोजगार और रोहिंग्या मुद्दे पर BJP को घेरा
संजय सिंह ने रोहिंग्या मुद्दे पर BJP की दोहरी राजनीति को उजागर किया। उन्होंने कहा कि BJP के नेता दिल्ली में रोहिंग्या शरणार्थियों को बसाने के लिए पहले खुद मकान देते हैं और फिर जनता को भड़काने के लिए उनके खिलाफ बयान देते हैं। उन्होंने शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी के ट्वीट का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने रोहिंग्याओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत शरण देने की बात कही थी।
संजय सिंह ने कहा कि BJP के नेता जब रोजगार और विकास पर जवाब नहीं दे पाते, तो वे रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाकर जनता का ध्यान भटकाते हैं।
संजय सिंह ने BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने BJP की बयानबाजी को “दोगली राजनीति” करार देते हुए कहा कि BJP नेताओं का काम झूठ बोलना, भड़काना और लोगों को गुमराह करना है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष सरकार से अडानी जैसे मुद्दों पर सवाल करता है, तो सरकार इन सवालों से भागने के लिए मुद्दों को भटकाने का काम करती है।
“हर गली में शोर है” का समर्थन नहीं, लेकिन BJP की रणनीति पर सवाल
संजय सिंह ने जिस नारे का इस्तेमाल किया, उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन विपक्ष का कहना है कि BJP की उकसावे की राजनीति का जवाब देना जरूरी है। विपक्ष ने बार-बार आरोप लगाया है कि BJP की प्रोपेगैंडा मशीनरी झूठ फैलाने और विरोधियों को बदनाम करने के लिए काम करती है।
BJP और उनके नेताओं द्वारा राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और अन्य विपक्षी नेताओं के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणियों का जिक्र करते हुए संजय सिंह ने कहा कि BJP के नेता खुद विवादित बयान देते हैं और विपक्ष पर आरोप लगाते हैं।
BJP के खिलाफ विपक्ष की रणनीति
संजय सिंह ने BJP की राजनीति को “झूठ और नफरत पर आधारित” बताया। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष अपने फायदे के लिए संविधान और धर्म दोनों का इस्तेमाल करता है। विपक्ष को इस उकसावे की राजनीति से बचने की जरूरत है।
संजय सिंह का यह बयान विपक्षी दलों के लिए एक संदेश है कि BJP की राजनीति का मुकाबला गांधीवादी विचारधारा और सत्याग्रह से किया जाए। उन्होंने कहा कि हर हिंसा और नफरत का जवाब प्रेम और सत्याग्रह से दिया जा सकता है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि BJP इस बयान का क्या जवाब देती है और आने वाले समय में इस मुद्दे पर सियासी माहौल कैसे बदलता है।